षोडशी को, वयोवृद्ध प्रेमी का प्रेम पत्र ।
प्रिय प्रियतमा,
आज उम्र की, अवक्रमित सीढ़ियों पर भूमि गत होने को तरसते,
आराम के इस, एक पल में, मैं मेरे हृदय के भाव को छलकने से मैं रोक नहीं पा रहा हूँ..!!
प्रिये,
अब तो विधाता से रूबरू मिल कर, उसे एक सवाल पूछने की घड़ी पास आ गई है कि,
" हमारे नसीब में, मेरी ढलती उम्र की,अवक्रमित सीढ़ियों पर भूमि गत होने को तरसती, मेरी इस आखिरी पल में ही, हमारा मिलन उसने क्यों लिखा?"
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प्यारे दोस्तों,
आप को ये जान कर ताज्जुब होगा कि, इस षोडशी कन्या का नाम है,
हमारी सभी की लाडली,"????"
और वयोवृद्ध प्रेमी का नाम है "????"
हालाँकि, मुझे नहीं पता, `????` को कभी वृद्धावस्था आती भी होगी या नहीं?
पर हाँ, षोडशी कन्या `????` से, हमेशा सभी प्यार करते हैं, यह बात निर्विवाद है ।
आपका जवाब यहाँ है, मेरे ब्लॉग पर ।
http://mktvfilms.blogspot.com/
मार्कण्ड दवे । दिनांकः- ३१-०५-२०११.
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