आँसू । (गीत)
जा, समंदर को, लहूलुहान कर दे ।
आँसूओं से गहरी, पहचान कर ले ।
( समंदर = दुनिया )
आँसूओं से गहरी, पहचान कर ले ।
( समंदर = दुनिया )
अन्तरा-१.
तन्हा है लम्हा, गुमशुदा है दिल..!
चप्पे - चप्पे, इक दरबान धर दे ।
जा, समंदर को लहूलुहान कर दे ।
गुमशुदा = लापता ।
चप्पे - चप्पे, इक दरबान धर दे ।
जा, समंदर को लहूलुहान कर दे ।
गुमशुदा = लापता ।
अन्तरा.-२
रुके, ना थमे, यही तो वक्त है..!
दम है तो, उस पर निशान कर ले ।
जा, समंदर को लहूलुहान कर दे ।
अन्तरा-३.
हँसी, न खुशी, ग़मज़दा है सांसें..!
बच्चों के नाम, मुस्कान कर दे ।
जा, समंदर को लहूलुहान कर दे ।
ग़मज़दा = दुःखी ।
अन्तरा-४.
न तेरा, न मेरा, समंदर झमेला..!
खुद को जहाँ का, मेहमान कर ले ।
जा, समंदर को लहूलुहान कर दे ।
झमेला = भीड़-भाड़ ।
मार्कण्ड दवे । दिनांकः १४-०४-२०१४.
दम है तो, उस पर निशान कर ले ।
जा, समंदर को लहूलुहान कर दे ।
अन्तरा-३.
हँसी, न खुशी, ग़मज़दा है सांसें..!
बच्चों के नाम, मुस्कान कर दे ।
जा, समंदर को लहूलुहान कर दे ।
ग़मज़दा = दुःखी ।
अन्तरा-४.
न तेरा, न मेरा, समंदर झमेला..!
खुद को जहाँ का, मेहमान कर ले ।
जा, समंदर को लहूलुहान कर दे ।
झमेला = भीड़-भाड़ ।
मार्कण्ड दवे । दिनांकः १४-०४-२०१४.
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